यक्ष ने पुछा
बोलो इस संसार का सबसे
बड़ा आश्चर्य
क्या है?
उसने कहा
रोज सैकड़ों की संख्या
में हो रही मौतें
कड़वा ... ही सही पर
बनावटी नहीं
सैकड़ों की संख्या में
जलती दफन होती
लाशें
भयावह सही पर
झूठी नहीं
तिस पर भी खुद को
अमर माने बैठा
अफसोस करता और
हर बार विदा हो चुके
को बेचारे की संज्ञा देता
इंसान...
भला इससे बड़ा
आश्चर्य
और
क्या हो सकता है?
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